सीतामढ़ी- पूर्व मंत्री डा रंजू गीता ने कहा आपसी सौहार्दपूर्ण माहौल में होली एवं शब ए बरात मनाये। उन्होंने कहा कि गंगा जमुनी संस्कृति का बिहार मिशाल रहा है। एक दूसरे के त्योहार में शरीक होकर हम आपसी सदभाव एवं भाईचारा को बढ़ाते रहे हैं।
होली रंगो का त्यौहार है। सभी लोग आपसी रंजिश भुल एक दूसरे से गले मिल गुलाल और अबीर लगाते हैं। उन्होंने कहा रसायनिक लेप और नशा से दूर रहें। वहीं उन्होंने कहा कि मुस्लिमों का त्यौहार शब ए बरात का बहुत महत्व है। शब का अर्थ रात और बरात का बरी होना है। गुनाहों से बरी होने की रात शब ए बरात है। मुस्लिम अल्लाह की इबादत करते हैं और अपने गुनाहों से तौबा करते हैं और इस दुनिया से चल बसे अपने परिजनों की मगफिरत की दुआ करते हैं।
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